-धरती का गीत ---
रचनाकार... गुरुदेव (डा.) ओ. पी .शर्मा "सारथी"
मिलेगी पुत्र को सुविधा
अगर माँ भी सुखी होगी
रचनाकार... गुरुदेव (डा.) ओ. पी .शर्मा "सारथी"
मिलेगी पुत्र को सुविधा
अगर माँ भी सुखी होगी
सुखी सब जन तभी होंगे
कि जब धरती सुखी होगी
किसी माता को गम दे कर
सुखी संतान कब होगी
जो श्रद्धा ही न हो तो
ज़िन्दगी वरदान कब होगी
मिलेगी पुत्र को सुविधा
अगर माँ .......................
यह धरती माँ से ऊंची है
यही अनुभव कराना है
प्रशस्ति धरती माँ की है
यही सच्चा तराना है
न हो पहचान माँ की
पुत्र की पहचाब कब होगी
मिलेगी पुत्र को सुविधा
अगर माँ ....................
करें मेहनत करें उद्यम
कि रिश्ते प्यार के बांधे
करें अर्चन करें वंदन
धरा के मन्त्र को साधें
जो निर्धन भारती होंगे
तो माँ धनबान कब होगी
मिलेगी पुत्र को सुविधा
अगर माँ ....................
बने आराध्य धरती माँ
सभी आराधना में हों
सभी कर्मठ हों सच्चे हों
सभी इक साधना में हों
जो बालक भक्त ही न हों
तो माँ भगवान् कब होगी
मिलेगी पुत्र को सुविधा
अगर माँ ....................
कि जब धरती सुखी होगी
किसी माता को गम दे कर
सुखी संतान कब होगी
जो श्रद्धा ही न हो तो
ज़िन्दगी वरदान कब होगी
मिलेगी पुत्र को सुविधा
अगर माँ .......................
यह धरती माँ से ऊंची है
यही अनुभव कराना है
प्रशस्ति धरती माँ की है
यही सच्चा तराना है
न हो पहचान माँ की
पुत्र की पहचाब कब होगी
मिलेगी पुत्र को सुविधा
अगर माँ ....................
करें मेहनत करें उद्यम
कि रिश्ते प्यार के बांधे
करें अर्चन करें वंदन
धरा के मन्त्र को साधें
जो निर्धन भारती होंगे
तो माँ धनबान कब होगी
मिलेगी पुत्र को सुविधा
अगर माँ ....................
बने आराध्य धरती माँ
सभी आराधना में हों
सभी कर्मठ हों सच्चे हों
सभी इक साधना में हों
जो बालक भक्त ही न हों
तो माँ भगवान् कब होगी
मिलेगी पुत्र को सुविधा
अगर माँ ....................
No comments:
Post a Comment