सारथी कला निकेतन (सकलानि)
---धरती का गीत ---
रचनाकार ------- गुरुदेव (डा.) ओ. पी .शर्मा "सारथी"
जिसे कहतें हैं पुण्यमयी
मैं उस धरती का बेटा हूँ
जिसे कहतें हैं स्वर्गमयी
मैं उस धरती का बेटा हूँ
अनेकों नाम हैं जिस के
अनेकों धाम हैं जिस के
बहुत आयाम हैं जिस के
मैं उस धरती का बेटा हूँ
जिसे कहतें हैं ...........
भरतमुनि गीत गाते हैं
हैं पाणिनि अर्चना करते
हैं तुलसी वंदना करते
मैं उस धरती का बेटा हूँ
जिसे कहतें हैं ...........
शिवा ने जिस की रक्षा की
हुआ आज़ाद बलिदानी
है राणा की भी कुर्बानी
मैं उस धरती का बेटा हूँ
जिसे कहतें हैं ...........
करें सेवा सभी मिल कर
हो पूजन माँ का हिलमिल कर
करें श्रृंगार सब मिल कर
मैं उस धरती का बेटा हूँ
जिसे कहतें हैं ...........
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