सारथी कला निकेतन (सकलानि)

Friday, 20 April 2012

गुरुदेव 'सारथी' जी के कथनानुसार ---

....................मैं सभी अवतारों व पीरों -पैगम्बरों को घड़ी साज ही कहा करता हूँ ...... एक वैज्ञानिक भी अवतार पुरुष और महान घड़ी साज होता है वह भी समय की समस्याएँ ही सुलझाने के लिए जन्म लेता है और ऐसे ऐसे विधि विधान तलाश कर के, प्रयोग कर के, अन्वेषण तथा अनुसन्धान कर के समय को ही सुखद और सुविधाजनक बनाने का प्रयास करता है । और ललित कलाओं के सभी प्रेमी, नर्तक, मूर्तिकार, चित्रकार, काव्यकार, गद्यकार और संगीतकार ये सभी महान घड़ी साज होते हैं । समय का विवरण भी सुरक्षित करते हैं । और सुख और आनंद की उपलब्धि करवा कर युग को देते हैं । मुझे कितना अच्छा लगता है इन्हें घड़ी साज कहते हुए ..................

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